Friday, August 20, 2010

अकेले

अब तो नींद में भी जागने कि आदत सी हो गयी ...
इन बंद पलकों के पीछे किसी को देखने कि आदत सी हो गयी...!!!
क्यूँ ?? अब इस भरी दुनिया में अकेले रहने कि आदत सी हो गयी....
खुदा ! अब तो यही आलम है कि , अब खुद अपने आप से गुफ्तगू करने कि आदत सी हो गयी..!!!

1 comment:

कमलेश खान सिंह डिसूजा said...

MANi JI,
very nice !
very nice !
very nice !
very nice !
very nice !
very nice !
very nice ! आदत सी हो गयी ...