Tuesday, March 16, 2010

आँखें..!

ना कह कर भी बहुत कुछ कह जाती हैं वो आँखें..
दिल में इक दर्द , इक तूफ़ान जगा जाती हैं वो आँखें..!!!
दिल में इक प्यास सी जगा जाती है वो आँखें..
जहाँ जाती हैं इक नया रिश्ता सा कायम कर लेती हैं वो आँखें..
झील सी गहरायी का असर रखती हैं वो आँखें..
इक अनमोल खज़ाना छुपाये रखती हैं वो आँखें..!!!
बेपनाह मोहब्बत लुटा देती हैं वो आँखें..
इक आईने से भी साफ़ तस्वीर दिखा देती हैं वो आँखें..!!!
अब क्या करें...???
आँखों से दिल में उतर जाती हैं वो आँखें..!!!
ज़िन्दगी को जीने के हजारों रंग और सपने दे जाती हैं वो आँखें..!!!
दिल में इक घर सा बना जाती हैं वो आँखें...
अंधेरों में उजाला दे जाती हैं वो आँखें..!!
कुछ भी हो इक नटखट , मीठी , मुस्कान दे जाती है वो आँखें..
ना कह कर भी बोहत कुछ कह जाती हैं वो आँखें...